सब निशुल्क हैं
कमाल है ना!.
आँखे तालाब नहीं, फिर भी,
भर आती है!
दुश्मनी बीज नही, फिर भी, बोयी जाती है!
होठ कपड़ा नही, फिर भी, सिल जाते है!
किस्मत सखी नहीं, फिर भी, रुठ जाती है!
बुद्वि लोहा नही, फिर भी, जंग लग जाती है!
आत्मसम्मान शरीर नहीं, फिर भी, घायल हो जाता है! और..,
इन्सान मौसम नही, फिर भी, बदल जाता है!....
इस संसार में....
सबसे बढ़िया दवा "हँसी"
सबसे बड़ी सम्पत्ति "बुद्धि "
सबसे अच्छा हथियार "धेर्य"
सबसे अच्छी सुरक्षा "विश्वास"
और आनंद की बात यह है कि
"ये सब निशुल्क हैं "
Submitted By: Shiv Charan on 09 -Aug-2017 | View: 1686
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