तस्वीर बदलती रहती है
"विचार" एक "जल" की तरह है,
आप उसमें "गंदगी" मिला दो तो
वह "नाला" बन जाऐगा,
अगर उसमें "सुगंध" मिला दो तो
वह "गंगाजल" बन जाऐगा
कभी घमंड न करना जिन्दगी मे
तकदीर बदलती रहती है,ilil
शीशा वही रहता है,
बस तस्वीर बदलती रहती है!!!
Submitted By: Shiv Charan on 09 -Aug-2017 | View: 2822
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